जब भी अमेरिकी राष्ट्रपति कहीं जाते हैं तो उनकी सिक्योरिटी पर कितना खर्चा हो जाता है?

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भारत में होने वाली जी-20 समिट में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन भी शिरकत करने वाले हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति के भारत आगमन को लेकर कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं, जिसमें उनकी सिक्योरिटी भी शामिल है. दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति की सिक्योरिटी बेहद खास होती है और दूसरे देशों में भी वैसी ही सिक्योरिटी रहती है. जैसे वो अपनी खास कार में चलते हैं और उनकी कार भी उनके साथ ही रहती है. लेकिन क्या आप जानते हैं इस भारी भरकम सिक्योरिटी में आखिर कितना खर्चा होता है. तो आज हम आपको बताते हैं कि आखिर सिक्योरिटी में कितना खर्च हो जाता है और अमेरिकी राष्ट्रपति की एक ट्रिप पर कितना पैसा लगता है.  

कितना खर्चा होता है?

वैसे तो यह खर्च कई चीजों पर निर्भर करता है. अमेरिकी राष्ट्रपति जहां जाते हैं, विदेश दौरे और उनकी फैमिली की ट्रिप के आधार पर सिक्योरिटी का खर्च निकलता है. साथ ही हर राष्ट्रपति पर भी ये निर्भर करता है कि उनकी सिक्योरिटी कैसी हो. उदाहरण के तौर पर जब बराक ओबामा राष्ट्रपति थे तो उनकी सिक्योरिटी पर कम पैसे खर्च हुए थे जबकि डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल में काफी खर्च हुआ था. यूएस गवर्नमेंट अकाउंटेबिलिटी ऑफिस के अनुसार, डोनाल्ट ट्रंप और उनके परिवार की सिक्योरिटी में सीक्रेट सर्विस का 396000 डॉलर खर्च हुआ था और ये आंकड़ा सिर्फ दो महीने का है. इस दौरान वे   Mar-a-Lago की ट्रिप पर गए थे. 

टाइम की एक रिपोर्ट के अनुसार, साल 2017 में कांग्रेस ने 120 मिलियन डॉलर ट्रंप की सिक्योरिटी पर खर्च करने का प्लान किया था. इसमें आधा बजट तो सीक्रेट सर्विस का है और बाकी पैसे ट्रेवलिंग, लोकल लॉ के लिए अलॉट किया जाना था. रॉयटर्स ने बताया कि न्यूयॉर्क शहर ट्रंप के परिवार की सुरक्षा के लिए हर दिन 100,000 डॉलर से अधिक खर्च करता है और जब राष्ट्रपति शहर में होते हैं तो 300,000 डॉलर तक खर्च करता है. इसका मतलब उनकी सिक्योरिटी पर हर रोज करीब ढ़ाई करोड़ रुपये खर्च होता है, विदेशी ट्रिप पर ये बढ़ सकता है. 

क्या है सीक्रेट सर्विस?

सीक्रेट सर्विस अमेरिका में अमेरिका के राष्ट्रपति, व्हाइट हाउस, वाइस प्रेसिडेंट, फॉरेन हेड्स, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति को सुरक्षा देती है. इसके एजेंट ही अमेरिका के राष्ट्रपति के साथ रहते हैं और उनकी सुरक्षा करते हैं.  ये अमेरिका की सबसे ट्रेंड सिक्योरिटी फोर्स है और हाई लेवल सिक्योरिटी है. इस फोर्स का मुख्यालय वॉशिंगटन में है और इसके करीब 7000 एजेंट हैं.

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