जालना हिंसा पर महाराष्ट्र में घमासान, सीएम बोले- मराठा आरक्षण पर की चर्चा, फडणवीस ने मांगी माफी

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Maharashtra Maratha Reservation Violence: महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की ओर से लाठीचार्ज किए जाने पर माहौल गर्मा गया है. विपक्षी दलों ने सरकार पर लाठीचार्ज का आदेश देने का आरोप लगाया है. महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने सोमवार (4 सितंबर) को राज्य सरकार की ओर से खेद व्यक्त किया है. 

1. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि आज उच्च स्तरीय बैठक में मराठा समुदाय को आरक्षण देने पर चर्चा हुई. सरकार इस दिशा में गंभीरता से काम कर रही है. मराठा समुदाय को आरक्षण मिलना चाहिए, यही सरकार का मानना है. सीएम ने कहा कि हमारी सरकार ने एक टास्क फोर्स का गठन किया है, हरीश साल्वे जैसे वरिष्ठ वकील इसका हिस्सा हैं. हमारी सरकार इस पर बड़े पैमाने पर काम कर रही है. 

2. मुख्यमंत्री ने कहा कि जालना में जो हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण है. इससे पहले भी मराठा समुदाय के प्रदर्शनकारियों ने 58 विरोध प्रदर्शन किए, लेकिन उन्होंने कभी भी कहीं भी कानून व्यवस्था की स्थिति नहीं बिगाड़ी. मैं पहले ही प्रदर्शनकारियों से बात कर चुका हूं और हम इस मुद्दे को व्यवस्थित तरीके से सुलझाएंगे. राज्य मंत्री गिरीश महाजन और अन्य मंत्री चर्चा के लिए जालना जाएंगे. हम इस मसले को बातचीत से ही सुलझा सकते हैं.

3. एकनाथ शिंदे ने कहा कि हाल ही में जो घटनाएं हो रही हैं, कई राजनीतिक लोग मराठा समुदाय और विरोध के बहाने राजनीति करना चाहते हैं. मैं उनसे राज्य को शांतिपूर्ण बनाए रखने का आग्रह करता हूं. यही हमारा कर्तव्य है. एएसपी को जिले से बाहर स्थानांतरित कर दिया गया है और एक अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है. इस घटना की जांच की जा रही है. समिति एक रिपोर्ट पेश करेगी और हम रिपोर्ट के अनुसार कार्रवाई करेंगे. इस मुद्दे पर सोमवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता में एक बैठक हुई.

4. महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जालना में मराठा आरक्षण प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज के लिए खेद जताया है. उन्होंने कहा कि पुलिस की ओर से किया गया लाठीचार्ज सही नहीं था. मैं सरकार की ओर से माफी मांग रहा हूं. सीएम ने कहा है कि जो लोग इसके लिए जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. गृह विभाग भी संभालने वाले फडणवीस ने कहा, ”इस तरह के फैसले (पुलिस बल का इस्तेमाल आदि) स्थानीय स्तर पर लिए जाते हैं.” 

5. इससे पहले दिन में शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने दावा किया था कि लाठीचार्ज का आदेश मुख्यमंत्री और राज्य के गृह मंत्री के कार्यालय से किए गए फोन कॉल पर दिया गया था. संजय राउत ने साथ ही कहा, “डायर जो मंत्रालय में बैठा है, उसने गोली चलाने का आदेश दिया. महाराष्ट्र में तीन जनरल डायर हैं. एक मुख्य है, दो डिप्टी जनरल डायर हैं. अजित पवार पहले मोर्चा में शामिल होते थे, अब क्या कर रहे हैं.”

6. एनसीपी के वरिष्ठ नेता अनिल देशमुख ने भी दावा किया है कि महाराष्ट्र के गृह मंत्रालय से फोन आने के बाद पुलिस ने जालना जिले में प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया. उन्होंने कहा कि मैं महाराष्ट्र का गृह मंत्री रह चुका हूं. मेरी जानकारी के मुताबिक, मराठा प्रदर्शनकारियों पर गृह विभाग के फोन करने के बाद लाठीचार्ज किया गया. पुलिस अधिकारी वरिष्ठ अधिकारियों से आदेश मिले बगैर इस तरह की कार्रवाई नहीं कर सकते. एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश से जांच कराये जाने पर फोन करने वाले की जिम्मेदारी तय होगी. 

7. मराठा आरक्षण की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे एक व्यक्ति को अधिकारियों की ओर से अस्पताल में भर्ती कराए जाने से प्रदर्शनकारियों के मना करने के बाद शुक्रवार को जालना जिले के अंतरवाली सारथी गांव में हिंसा भड़क गई थी. न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के अनुसार, भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े थे. पुलिस ने 360 से ज्यादा लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है.

8. हिंसा में 40 पुलिस कर्मियों सहित कई व्यक्ति घायल हुए थे और राज्य परिवहन की 15 से अधिक बसों में आग लगा दी गई थी. मराठा आरक्षण की मांग को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन के समर्थन में मराठा समुदाय के युवाओं ने सोमवार को कल्याण में बंद के आह्वान के बाद दुकानें बंद की. मराठा आरक्षण को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों ने महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजी नगर में भी सड़क जाम की.

9. महाराष्ट्र सरकार ने 2018 में मराठा समुदाय के लिए 16 फीसदी आरक्षण का प्रावधान किया था. हालांकि, जून 2019 में बॉम्बे हाई कोर्ट ने आरक्षण को घटाकर 12-13 फीसदी कर दिया. फिर मई 2021 में सुप्रीम कोर्ट ने आरक्षण रद्द कर दिया था. मराठा आरक्षण की मांग को लेकर ही आंदोलन किया जा रहा है.  

10. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे ने मराठा आरक्षण के लिए जालना में प्रदर्शन कर रहे लोगों से सोमवार को मुलाकात की. उन्होंने कहा कि उन्हें प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज का आदेश देने वाले लोगों को मराठावाडा में घुसने नहीं देना चाहिए. राज ठाकर ने मनोज जरांगे से मुलाकात की, जो आरक्षण की मांग करते हुए एक सप्ताह से भूख हड़ताल कर रहे हैं. ठाकरे ने कहा कि मैं कानूनी पहलुओं का अध्ययन करूंगा और उन्हें हल करने के लिए मुख्यमंत्री से बात करूंगा. आज चुनाव नहीं हैं, लेकिन जब चुनाव आएं तो लाठियों के निशान याद रखिएगा.

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