‘संसद के विशेष सत्र में भाग लेना चाहते हैं, लेकिन…’, कांग्रेस ने मीटिंग के बाद बताया प्लान

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Congress On Parliament Special Session: संसद के विशेष सत्र को लेकर कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी की अगुवाई में संसदीय रणनीति समूह की बैठक दस जनपथ पर मंगलवार (5 सितंबर) को हुई. बैठक के बाद कांग्रेस ने कंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि इन्होंने देश को अंधकार में रखा है. 

कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि मीटिंग में देश के महत्वपूर्ण मुद्दे पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि इसमें आर्थिक समस्या, महंगाई, बेरोजगारी, हिमाचल प्रदेश में आई प्राकृतिक आपदा, मणिपुर के हालात और अडानी ग्रुप जैसे मामले हैं. 

कांग्रेस ने क्या मांग की?
कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि संसद के विशेष सत्र की जानकारी पहले से दी जाती है, लेकिन हमें कोई जानकारी नहीं है. हम सत्र में भाग लेना चाहते हैं, लेकिन इसमें जनता के मुद्दे पर भी चर्चा होनी चाहिए. 

उन्होंने कहा कि हम पीएम मोदी चालीसा के लिए नहीं बैठेंगे. क्या हम पीएम का गुणगान करने और वाहवाही के लिए हैं? हम सरकार से मांग करेंगे कि संसद के एजेंडे की जानकारी दी जाए. जैसा 5 अगस्त 2019 को हुआ (370 हटाने का फैसला) वैसा ना हो. इस बैठक के बाद विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) की मीटिंग कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर होगी. 

कितनी बैठकें होगी?
लोकसभा और राज्यसभा सचिवालय के मुताबिक, संसद के दोनों सदनों का सत्र 18 से 22 सितंबर तक प्रश्नकाल के बिना आहूत किया जाएगा. इस सत्र में पांच बैठकें होंगी और सदस्यों को वैकल्पिक कैलेंडर के बारे में अलग से जानकारी दी जाएगी. 

सरकार ने क्या कहा?
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर गुरुवार (31 अगस्त) को अपनी पोस्ट में लिखा था, ‘‘संसद का विशेष सत्र (17वीं लोकसभा का 13वां सत्र और राज्यसभा का 261वां सत्र) 18 से 22 सितंबर को बुलाया गया है. इसमें पांच बैठक होगी. अमृत काल के समय में होने वाले इस सत्र में संसद में सार्थक चर्चा और बहस होने को लेकर आशान्वित हूं.’’ 

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