भारत में है नरकंकालों से भरा तालाब, वैज्ञानिकों को भी नहीं पता कारण

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भारत में कई जगह टूरिस्ट स्पॉट के लिए फेमस हैं. कुछ जगह तो ऐसी हैं जो घोस्ट टूरिज्म के लिए खासी फेमस हैं. यहां लोग अजीबोगरीब चीजें देखने आते हैं. इन जगहों के बारे में कई वैज्ञानिकों द्वारा भी रिसर्च की जा चुकी है लेकिन इसके पीछे का कारण समझ नहीं पाता. तो चलिए आज हम आपके एक ऐसे ही अजीब और फेमस टूरिस्ट स्पॉट के बारे में बताते हैं जो कंकालों से भरा हुआ है.

कहां है कंकालों से भरा तालाब?
हर साल जैसे ही सर्दियों के बाद बर्फ पिघलती है तो उत्तराखंड के रूपकुंड तालाब में कंकाल तैरने लगते हैं. 1942 में ढूंढा गया ये तालाब 16,500 फिट की ऊंचाई पर मौजूद है. उस समय से लेकर अब तक ये एक रहस्य बना हुआ है. रूपकुंड तालाब में कई फॉरेंसिक और रेडियोकार्बन टेस्ट किए जा चुके हैं. वैज्ञानिकों के अनुसार ये कंकाल कम से कम 12000 साल पुराने हैं. ये कंकाल आए कहां से ये किसी को नहीं पता. 

क्या है लोककथा
इस तालाब के बारे में लोक कथा है कि ये नरकंकाल कन्नौज के राजा जसधवल, उनकी प्रेग्नेंट पत्नी और उनके सभी नौकरों के कंकाल हैं. जो नंदा देवी के दर्शन के लिए निकले थे लेकिन तूफान की चपेट में आने से सभी की मौत हो गई और अब ये कंकाल बन चुके हैं. 

फेमस टूरिस्ट स्पॉट बन गया है रूपकुंड
रूपकुंड की इसी खासियत के चलते ये काफी फेमस टूरिस्ट स्पॉट भी बन गया है. लोग इस तालाब को देखने दूर-दूर से जाते हैं. इसे फेमस ट्रेकिंग एक्सपीरियंस माना जाता है. दिल्ली से कई कंपनियां रूपकुंड ट्रेक पर जाने के लिए स्पेशल पैकेज भी देती हैं. जिसके चलते यहां कई लोग इस विचित्र तालाब को देेखने पहुंचते हैं.                                           

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