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IIP Data: जुलाई के महीने में भारत के औद्योगिक उत्पादन की रफ्तार में तेजी देखी गई है. जुलाई में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक के हिसाब से वृद्धि दर बढ़कर 5.7 फीसदी पर आ गई है. इससे पिछले साल की तुलना में देखें तो जुलाई 2022 में औद्योगिक उत्पादन की दर 2.2 फीसदी पर रही थी. वहीं महीने दर महीने के आधार पर देखें तो जून में आईआईपी दर 3.8 फीसदी (संशोधित) रही थी.
5 महीने के उच्च स्तर पर आईआईपी ग्रोथ
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक ये पता चलता है कि जुलाई में 5.7 फीसदी की आईआईपी दर पिछले 5 महीनों का उच्च स्तर है. अलग-अलग सेक्टर्स की ग्रोथ कैसी रही है, इसके बारे में एक्स पर एक पोस्ट भी किया गया है.
Index of Industrial Production (IIP) for July 2023: Sectoral
Details: https://t.co/M8Zzx4kVTf @GoIStats pic.twitter.com/7sJOGUKmN8
— PIB_MOSPI (@PibMospi) September 12, 2023
वित्त वर्ष 2023-24 के पहले चार महीनों में घटी आईआईपी
साल 2023-24 के पहले 4 महीनों में भारत के औद्योगिक उत्पादन की दर सालाना आधार पर 4.8 फीसदी पर आई है. ये आईआईपी ग्रोथ रेट अप्रैल-जुलाई 2022 में 10.0 फीसदी पर रहा था. पिछले साल इसके फायदेमंद बेस इफेक्ट के कारण इसकी दर इतनी अधिक रही थी.
मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर में कितनी रही ग्रोथ रेट
देश के मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर में जुलाई 2023 में 4.6 फीसदी की आईआईपी दर रही है. इसका अप्रैल से जुलाई 2023 तक का आंकड़ा देखें तो ये 4.8 फीसदी पर आया है.
माइनिंग सेक्टर में कितनी रही ग्रोथ
देश के माइनिंग सेक्टर में ग्रोथ रेट देखें तो ये जुलाई 2023 में 10.7 फीसदी पर रहा था और अप्रैल-जुलाई के दौरान इसका ग्रोथ रेट 7.3 फीसदी पर रहा है. वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में माइनिंग सेक्टर में अच्छी ग्रोथ दर्ज की गई है.
बिजली की औद्योगिक उत्पादन दर
बिजली की औद्योगिक उत्पादन दर की बात करें तो ये जुलाई 2023 में 8 फीसदी की दर से बढ़ी है जबकि वित्त वर्ष 2023-24 के पहले चार महीनों यानी अप्रैल-जुलाई के दौरान इसमें 2.9 फीसदी का ग्रोथ रेट देखा गया है जो कि कम रहा है.
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